Saturday, September 25, 2021

Friday, July 9, 2021

एक ख्वाब हो तुम

एक ख्वाब हो तुम

जो मिल गए हो मेरे रूह से 

एक एहसास हो हर कदम पर

कभी उन ऊंची  पहाड़ियों पर

तो कभी सागर किनारे 

आंखें बंद कर में देखूं 

तेरे चेहरे पे वो मुस्कान

जिसे देख मेरे होंठ किल जाए

आंखें खोलूं तो मुकद्दर मुझे समझाए

एक ख्वाब हो तुम 


सिर्फ एक ख्वाब ।।।।