एक ख्वाब हो तुम
जो मिल गए हो मेरे रूह से
एक एहसास हो हर कदम पर
कभी उन ऊंची पहाड़ियों पर
तो कभी सागर किनारे
आंखें बंद कर में देखूं
तेरे चेहरे पे वो मुस्कान
जिसे देख मेरे होंठ किल जाए
आंखें खोलूं तो मुकद्दर मुझे समझाए
एक ख्वाब हो तुम
सिर्फ एक ख्वाब ।।।।